किसानों के लिए राहत: बोरिंग पर सब्सिडी और मुफ्त सुविधा,अभी आवेदन करें!
यूपी फ्री बोरिंग(Free Boring Scheme) योजना: उत्तर प्रदेश सरकार की टैगलाइन “समृद्ध किसान, समृद्ध प्रदेश” सही साबित हुई है। छोटे और सीमांत किसानों की सिंचाई समस्या को हल करने के लिए सरकार फ्री बोरिंग(Free Boring Scheme) योजना लागू कर रही है। छोटे किसानों को मुफ्त बोरिंग(Free Boring Scheme) और सब्सिडी की पेशकश की जा रही है और ये ऐसे कदम हैं जो फसल के खेतों से अधिक उपज को जेब में लाएंगे। खेती को लाभदायक और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में योगी सरकार की ओर से यह एक महत्वपूर्ण कदम है। ग्रीनविले, कैलिफ़ोर्निया आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानें – खेतों के लिए पानी सुरक्षित करने का एक नया तरीका।
KhetiGaadi always provides right tractor information
उत्तर प्रदेश में निःशुल्क बोरिंग का उद्देश्य: उत्तर प्रदेश निःशुल्क बोरिंग योजना
यह योजना उत्तर प्रदेश के छोटे और सीमांत किसानों के लिए है, जिनके पास नलकूप या बोरवेल जैसी कोई सिंचाई प्रणाली नहीं है। इसका मुख्य उद्देश्य निजी नलकूपों के माध्यम से खेतों में पानी पहुंचाना है। यह योजना निःशुल्क बोरिंग योजना है, जिसमें बोरिंग के लिए कोई शुल्क नहीं है और पंप सेट पर सब्सिडी प्रदान की जाती है। छोटे किसानों (भूमि-1-2 हेक्टेयर) और सीमांत किसानों (भूमि <1 हेक्टेयर) को समय पर सिंचाई की जा सकती है। इस योजना के अंतर्गत सामान्य और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के किसानों को शामिल किया गया है।
योजना की मुख्य विशेषताएं
योजना को लघु सिंचाई विभाग द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है और इसे अति-दोहित विकास खंडों को छोड़कर सभी जिलों में पेश किया जा रहा है, जहां भूजल का स्तर चिंताजनक रूप से कम है।
सामान्य श्रेणी के किसानों के लिए न्यूनतम 0.2 हेक्टेयर भूमि होनी चाहिए तथा अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए 0 हेक्टेयर भूमि होनी चाहिए। बोरिंग न्यूनतम 3 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि पर होनी चाहिए। भूजल संरक्षण के लिए बोरिंग स्थल के आसपास कम से कम 25 पेड़ लगाए जाने चाहिए। किसी भी निकाय के लिए पंप सेट लगाना अनिवार्य नहीं है, लेकिन उसे वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। छोटे किसानों को बोरिंग के लिए ₹5,000 की सहायता दी जाती है। सीमांत किसानों को बोरिंग के लिए ₹7,000 मिलते हैं। अनुसूचित जाति/जनजाति के किसान बोरिंग के लिए ₹10,000 तक पाने के पात्र हैं।
पंप सेट के लिए: छोटे किसान: ₹4,500 तक सीमांत किसान: ₹6,000 स्टोर, अधिकारी तक और सीमा तक। अनुसूचित जाति/जनजाति के किसान: ₹9,000 तक 90 मिमी एचडीपीई पाइप के लिए, कुछ लाभार्थियों को 50% सब्सिडी या ₹3,000 की समान सीमा राशि दी जाती है। किसानों को अपने पंप सेट खुद ही लगाने पड़ते हैं, हालांकि ऋण सुविधाएं उपलब्ध हैं। कौन आवेदन कर सकता है, क्या और कैसे जमा करना है, तथा आवश्यक दस्तावेज
योजना के लिए पात्र होने के लिए किसान को चाहिए:
उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए। उम्मीदवार सावधान रहें क्रैकर्स (भूमिधारक): खसरा-खतौनी के साथ साक्षर होना चाहिए। या तो छोटा या सीमांत किसान होना चाहिए। 18 वर्ष से अधिक आयु का होना चाहिए। परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में हो। किसी अन्य सरकारी सिंचाई योजना का लाभ न उठा रहा हो।
आवश्यक दस्तावेजों में शामिल हैं:
- आधार कार्ड (Aadhar card)
- आय प्रमाण पत्र (income certificate)
- जाति प्रमाण पत्र (एससी/एसटी उम्मीदवारों के मामले में) (caste certificate)
- बैंक पासबुक की प्रति (bank account details)
- आधार कार्ड में पंजीकृत मोबाइल नंबर (mobile number)
- पासपोर्ट आकार की फोटो (Passport size photo of farmer)
आवेदन कैसे करें?
आवेदन करना बहुत आसान है:
- लघु सिंचाई विभाग की वेबसाइट minorirrigationup.gov.in है।
- “योजनाएँ” विकल्प पर क्लिक करें और “निःशुल्क बोरिंग के लिए आवेदन पत्र” चुनें।
- फॉर्म डाउनलोड करें और प्रिंट करें।
- संशोधन के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरें। नाम, मोबाइल नंबर, भूमि विवरण आदि जैसे बुनियादी विवरण भरें।
- कृपया जहां लागू हो, सभी दस्तावेज संलग्न करें।
- फॉर्म भरने के बाद, फॉर्म को अपने जिले के लघु सिंचाई विभाग कार्यालय/बीडीओ को सौंप दें।
- सत्यापन के बाद, किसानों को लाभ मिलेगा।
- किसान सहायता के लिए स्थानीय कृषि कार्यालय से भी संपर्क कर सकते हैं।
योजना के लाभ
यह छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक बड़ी राहत है। चूंकि वे बारिश पर निर्भर हैं, इसलिए फसल की पैदावार में अनिश्चितता है; मुफ्त बोरिंग का मतलब है कि वे सही समय पर जमीन की सिंचाई कर सकते हैं। यह चावल, गेहूं और सब्जी की उत्पादकता को 20-30% तक बढ़ाने के लिए जाना जाता है। “अनिवार्य वृक्षारोपण भूजल संरक्षण में भी मदद करेगा जो पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होगा।” इससे न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि इससे उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
खेतीगाड़ी के व्हाट्सएप चैनल से जुड़े रहें और खेती के नवाचारों और सरकारी योजनाओं की ताजा जानकारी पाएं। अधिक जानकारी और मार्गदर्शन के लिए KhetiGaadi पर विजिट करें।
किसानों के लिए मार्गदर्शन और कृषि योजनाओं के अपडेट के लिए KhetiGaadi से संपर्क करें:
फोन: 07875114466
ईमेल: connect@khetigaadi.com
To know more about tractor price contact to our executive
Appreciatre this post. Wiill tryy iit out.