खरीफ उत्पादन अनुमानों का अवलोकन
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने वर्ष 2024-25 के लिए खरीफ फसल उत्पादन का पहला अग्रिम अनुमान जारी किया है, जिसमें रिकॉर्ड 1647.05 लाख मीट्रिक टन (LMT) खाद्यान्न उत्पादन का अनुमान लगाया गया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 89.37 LMT और औसत खरीफ उत्पादन स्तर से 124.59 LMT अधिक है। इस बम्पर उत्पादन का श्रेय अनुकूल फसल परिस्थितियों और डेटा संग्रह में प्रगति, विशेष रूप से नए डिजिटल फसल सर्वेक्षण (DCS) के उपयोग को दिया गया है।
KhetiGaadi always provides right tractor information
डिजिटल फसल सर्वेक्षण के माध्यम से बेहतर डेटा संग्रह
पहली बार, उत्पादन अनुमानों में डिजिटल कृषि मिशन के तहत राज्य सरकारों के सहयोग से किए गए डिजिटल फसल सर्वेक्षण (DCS) के डेटा को शामिल किया गया है। यह तकनीक-आधारित दृष्टिकोण उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और ओडिशा जैसे राज्यों में इस्तेमाल हो रहा है और खरीफ 2024 सीजन में 100% जिलों को कवर करता है। पारंपरिक मैनुअल तरीकों को बदलकर, DCS से उच्च उत्पादन वाली फसलों, जैसे उत्तर प्रदेश में चावल के लिए अधिक सटीक क्षेत्र अनुमान उत्पन्न होने की उम्मीद है, और इससे राज्यों में फसल उत्पादन की स्पष्ट तस्वीर मिलेगी।
जैविक तरीकों से उत्पादन बढ़ाने में रुचि रखने वाले किसान KhetiGaadi से व्यक्तिगत सलाह ले सकते हैं। KhetiGaadi काउंसलर्स से संपर्क करने के लिए 07875114466 पर कॉल करें या connect@khetigaadi.com पर ईमेल करें।
प्रमुख फसलों के अनुमानों का विवरण
अनुमान के अनुसार:
- चावल उत्पादन: खरीफ चावल की पैदावार 1199.34 LMT तक पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष से 66.75 LMT और दीर्घकालिक औसत से 114.83 LMT अधिक है।
- मक्का: रिकॉर्ड 245.41 LMT उत्पादन का अनुमान है।
- पोषण और मोटे अनाज: उत्पादन 378.18 LMT होने की उम्मीद है।
- दालें: खरीफ दालों का कुल उत्पादन 69.54 LMT अनुमानित है, जिसमें तूर (35.02 LMT), उड़द (12.09 LMT), और मूंग (13.83 LMT) शामिल हैं।
- तिलहन: अनुमानित उत्पादन 257.45 LMT है, जिसमें मूंगफली का उत्पादन 103.60 LMT और सोयाबीन का 133.60 LMT है।
अन्य प्रमुख फसल अनुमान
2024-25 के लिए गन्ना उत्पादन का अनुमान 4399.30 LMT है, जो भारत की एक प्रमुख नकदी फसल में स्थिर उपज को दर्शाता है। कपास का उत्पादन 299.26 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम) और जूट व मेस्टा का अनुमान 84.56 लाख गांठ (प्रत्येक 180 किलोग्राम) है।
सत्यापन और हितधारकों से परामर्श
फसल अनुमानों की गणना विभिन्न स्रोतों से प्राप्त डेटा के आधार पर की गई है, जिसमें राज्य स्तर के इनपुट, रिमोट सेंसिंग, और कृषि क्षेत्र में हितधारकों के साथ परामर्श शामिल है। इन दृष्टिकोणों को पारंपरिक फसल मौसम निगरानी के साथ एकीकृत करके, मंत्रालय ने अनुमानों की सटीकता और प्रासंगिकता को बढ़ाने का प्रयास किया है। वास्तविक उपज दर्ज करने के लिए फसल कटाई प्रयोगों (CCEs) के दौरान पैदावार के आंकड़े और भी संशोधित होंगे।
खेती संबंधी योजनाओं और नवाचारों की रियल-टाइम जानकारी के लिए KhetiGaadi के साथ WhatsApp पर जुड़े रहें। अधिक विस्तृत जानकारी और संसाधनों के लिए KhetiGaadi पर जाएं।
To know more about tractor price contact to our executive