उत्तरप्रदेश में गन्ने की खेती में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रयोग किया जाएगा, जिससे गन्ना किसानों को कीट हमलों के पूर्वानुमान, फसलों के स्वास्थ्य की निगरानी, मौसम पूर्वानुमान, उचित जल संचरण, सिंचाई में स्वचालन तकनीक, ड्रोन, मिट्टी के नमूने, डेटा विश्लेषण, और फसल रोपण जैसे कई कार्यों में तकनीकी सहायता मिल रही है ।
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सचिव ने दी जानकारी:
चीनी उद्योग और गन्ना विकास विभाग की मुख्य सचिव, वीणा कुमारी, ने इस संबंध में विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं, और उन्होंने उनसे किसानों को इसके बारे में अधिक जानकारी प्रदान करने का भी आदान-प्रदान करने का आदेश दिया है। उन्होंने गन्ना विभाग के अधिकारियों से गन्ना मिल गेट्स और गन्ना क्रय केंद्रों पर सख्त निगरानी अभियान चलाने का निर्देश दिए हैं।
गन्ने की खेती में अब होगा AI का प्रयोग:
गन्ने की खेती में यूपी में किसान सबसे अव्वल स्थान पर है जो 120 चीनी मिलों द्वारा लगभग 574 लाख टन गन्ने की पेराई करते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से गन्ने की पैदावार बढ़ सकती है और किसानों को भी लाभ मिल सकता है। इसके साथ ही, गन्ने के खरीद में प्रयोग होने वाले सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी पाए जाने पर कठोर कार्यवाही की जाने की बात कही गई है।
गन्ने की खेती में आर्टिफिशियल तकनीक का इस्तेमाल करने से पहले ही फसल के कीट हमले की जानकारी मिल जाएगी। इसके अलावा, इससे मौसम का पूर्वानुमान भी पता चल जाएगा। इसके अलावा इस तकनीक के इस्तेमाल से जल सिंचाई, मिट्टी के नमूने की जांच और फसलों की रोपाई जैसे कई कामो के लिए त मदद मिलेगी।
चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग की मुख्य सचिव वीणा कुमारी ने इस संबंध में विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
चल रहे गन्ने की सीजन के संबंध में, शुगर कमीशनर ने सूचित किया कि एक्टिव शुगर मिलों ने कुल राशि के लगभग 82% को कवर करते हुए बची हुई राशि कुल 14,200 करोड़ रुपये की भुगतान किया है। संचालन में होने वाले शुगर मिलों की संख्या 120 है, जिन्होंने कुल 574 लाख टन की गन्ने को कुचलकर लगभग 58 लाख टन शुगर उत्पन्न की है। गन्ने की खेती क्षेत्र 29.66 लाख हेक्टेयर तक बढ़ गया है, जिससे 44.4% की वृद्धि हुई है। गन्ने की उत्पादकता 2016-17 में प्रति हेक्टेयर 72.38 टन से बढ़कर वर्तमान सीजन में प्रति हेक्टेयर 83.95 टन हो गई है।
गन्ना कृषक संस्थान में शुक्रवार को आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान चीनी आयुक्त ने गन्ना अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों को शीघ्र भुगतान की सुविधा प्रदान करें और सटीक माप के लिए तौल पुलों पर प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करें। आयुक्त ने तौल अनियमितता में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया और अधिकारियों से मिल गेट और गन्ना क्रय केंद्रों पर गहन निरीक्षण करने का आग्रह किया। वेटब्रिज से संबंधित जानकारी की रिपोर्टिंग में दक्षता और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए एक टोल-फ्री नंबर, 1800-121-3203 भी पेश किया गया है।
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