फसलों को आवारा पशुओं से बचाने के लिए सरकार की नई तारबंदी योजना!
तारबंदी योजना (tarbandi yojana) का उद्देश्य किसानों के खेतों की सुरक्षा करना है। इसका उद्देश्य एक साथ इन दोनों समस्याओं का समाधान करना है। आम तौर पर, एक खेत के चारों ओर बाड़ लगाने के लिए आवश्यक पूंजी की मात्रा काफी बड़ी होती है, लेकिन सीमित वित्तीय संसाधनों के साथ, कई किसान इस भारी निर्माण को वहन नहीं कर सकते हैं। इस प्रकार इसका परिणाम न केवल यह होता है कि वे भटके हुए जानवरों या प्राकृतिक आपदाओं से अपनी फसलों की रक्षा करने में विफल रहते हैं, बल्कि ऐसी आपदाओं के आने के बाद मर जाते हैं।
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तारबंदी योजना से फसलों की सुरक्षा
इस समस्या को दूर करने के लिए, राजस्थान सरकार ने तारबंदी योजना (tarbandi yojana) की शुरुआत की है, जिसमें वित्तीय सहायता दी जाती है। वे चोरी या दुर्घटना के कारण होने वाले किसी भी नुकसान को कवर करने के लिए अनुदान भी प्रदान करते हैं। कृषि-व्यवसाय में लगे लोगों के लिए, विशेष रूप से किराए पर खेती करने वाले या छोटे किसान जो सब्जियाँ या फल उगाते हैं। अपनी ज़मीन पर नुकसान उठाने के बजाय, एक समृद्ध 90 के दशक के लिए एकजुट हों; और भले ही फसल की कीमतें आसमान छू रही हों, फिर भी आपको एक पैसा भी नहीं खोना पड़ेगा!
राजस्थान बजट 2025-26: किसानों के लिए 50 करोड़ की तारबंदी योजना
2025-26 की सुरक्षा के लिए इस योजना के लिए राजस्थान सरकार ने 50 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। 2025-26 का बजट पेश करते हुए राजस्थान मंत्रिपरिषद ने घोषणा की कि अगले साल की शुरुआत में भारतीय व्यापार प्रधान होगा-होटल और रेस्तरां सलाहकार और अध्यक्षों के सुंदर मूल्य वर्धित काउंटी के माध्यम से बकवास के पर्चे चलते हैं।
सरकार देगी 75,000 किसानों को तारबंदी के लिए आर्थिक सहायता
इस वित्तीय सहायता से 75,000 किसान अपने खेतों की बाड़बंदी कर सकेंगे, जबकि 30,000 किलोमीटर के लिए इसी तरह के अनुदान प्रदान करने के उपाय पाइपलाइन में हैं। कुल मिलाकर, इस अभियान का उद्देश्य फसल सुरक्षा को मजबूत करना, आवारा जानवरों की आवाजाही से होने वाले नुकसान से किसानों की रक्षा करना और धान की उपज या अन्य उपज की रक्षा करना है।
तारबंदी योजना (tarbandi yojana) के लक्ष्य:
- जंगली जानवरों द्वारा फसलों को होने वाले नुकसान को रोकना
- प्लॉट धारकों को नई भूमि सीमा प्राप्त करने और मौजूदा सीमाओं को मजबूत करने (या पेड़ों के तने को साफ करने) के लिए धन देकर,
- ऐसा करने से, किसानों को राज्य द्वारा संचालित सहकारी विपणन प्रणाली के अनुरूप लाया जाता है-एक ऐसा कदम जिसने पहले ही फसल की पैदावार बढ़ा दी है।
तारबंदी योजना (tarbandi yojana) के तहत अनुदान:
- राज्य प्रति किसान 400 मीटर तक की बाड़बंदी के लिए सब्सिडी देंगे और लागत का 50% से कम नहीं देंगे।
- और इसलिए, इस वित्तीय सहायता से, किसान अपने खेतों को अधिक आसानी से सुरक्षित कर सकते हैं, जिससे उनका आर्थिक बोझ काफी हद तक कम हो जाएगा।
तारबंदी योजना (tarbandi yojana) के लिए पात्रता:
- यह योजना सभी प्रकार के किसानों के लिए खुली है।
- कम से कम 5 हेक्टेयर कृषि भूमि और कम से कम तीन किसानों का समूह होना चाहिए।
- यह कार्यक्रम ग्रामीण सहकारी (लिंक्ड) बीमा निधि के रूप में लागू किया जाएगा ताकि अधिक संख्या में किसानों को लाभ मिल सके।
तारबंदी योजना (tarbandi yojana) के लिए आवेदन कैसे करें:
- कृपया आवेदन करने के लिए अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र पर जाएँ।
- आवेदन जमा किए जाएँगे और ऑनलाइन स्वीकृति दी जाएगी।
आपको अपने आवेदन के साथ निम्नलिखित दस्तावेज संलग्न करने होंगे:
- आधार कार्ड
- जन आधार कार्ड
- जमाबंदी की नकल (छह महीने से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए)
- बैंक खाते का विवरण
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
बाड़ लगाने का काम शुरू करने से पहले और पूरा होने के बाद, उचित प्रदर्शन की गारंटी के लिए जियो-टैगिंग की जाएगी। भुगतान की गई सब्सिडी की कुल राशि सीधे किसान के बैंक खाते में दर्ज की जाएगी, क्योंकि इससे यह सुनिश्चित होता है कि सरकारी अनुदान से आर्थिक लाभ का कोई सवाल ही नहीं उठता और उत्पादकता को मापने के लिए कुछ उपाय भी मिलते हैं।
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