चने की मंडी भावना (Chana Mandi Bhav): चने की खरीद-बिक्री में तेजी आ रही है। चने का मूल्य 9 हजार रुपये प्रति क्विंटल के पार पहुंच गया है, जिससे किसानों को बड़ी खुशी हो रही है।
चने की मंडी भाव (Chana Mandi Bhav): चने के उत्पादकों के लिए अच्छी खबर है कि मंडियों में नई फसल के आगमन से चने की कीमतों (Chana Price) में तेजी आई है। नए चने की कीमतें बाजार में तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे किसानों को बहुत लाभ हो रहा है। इस बार कम रकबे के कारण उत्पादन में कमी की संभावना है, जो कीमतों में वृद्धि का कारण बन सकती है। इसके साथ ही, शादियों के सीजन के लिए चने की मांग बढ़ रही है, जिससे बाजार में कीमतों में और उछाल देखने को मिल रहा है। चने की नई मंडी भाव 11 हजार रुपये प्रति क्विंटल के पार हो चुकी है और आने दिनों में और भी वृद्धि की संभावना है, जैसा कि बाजार विशेषज्ञों का मानना है।
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चने का थोक भाव 5% तक वृद्धि:
आजकल चने की कीमतों (Chana Price) में तेजी देखने को मिल रही है। प्रमुख मंडियों में चने के थोक भाव में पिछले दस दिनों में 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई है।देशभर की मंडियों में चना MSP से दोगुनी कीमत पर बिक रहा है। मौजूदा समय में केंद्र सरकार ने चने के लिए 5440 रुपये प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया है। देश की लगभग सभी मंडियों में नए चने की कीमतें MSP से ऊपर चल रही हैं। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के एगमार्कनेट पोर्टल के अनुसार, शुक्रवार (22 फरवरी) को गुजरात की हलवद मंडी में चने को सबसे अच्छा दाम मिला, जहां चना 9720 रुपये प्रति क्विंटल के भाव में बिका।
कर्नाटक की बीदर मंडी में चना 9930 रुपये/क्विंटल, महाराष्ट्र की धुले मंडी में 9000 रुपये/क्विंटल, मुंबई मंडी में 8000 और पश्चिम बंगाल की मेदिनीपुर (पश्चिम) मंडी में 8500 रुपये/क्विंटल के भाव में बिका। देश की अन्य मंडियों में भी चना औसतन 5440 के MSP से ऊपर ही बिक रहा है।
उत्पादन में 15 फीसदी की गिरावट का अनुमानित आंकड़ा:
चने की कीमतों (Chana Price)में आने वाली तेजी की मुख्य वजह चने के उत्पादन में गिरावट की संभावना है। हाल की सरकारी आँकड़ों के अनुसार, देश में 102.90 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में चने की खेती की गई है, जो पिछले साल की समान अवधि में 109.73 लाख हेक्टेयर के करीब 6% कम है। एग्रीग्रेन इंडिया में कमोडिटी विश्लेषक राहुल चौहान ने बताया कि चने के उत्पादन में कमी से उत्पादन में भी कमी की संभावना है। इसके साथ ही, कमोडिटी विश्लेषक इंद्रजीत पॉल ने कहा कि इस साल चने की उत्पादन में 15% की गिरावट आ सकती है। उत्पादन में गिरावट की आशंका के कारण, चने की कीमतों (Chana Price) में तेजी आ रही है। इस समय, नेफेड के पास लगभग 10 लाख टन चने की स्टॉक और निजी व्यापारियों के पास लगभग 5 लाख टन का स्टॉक है, जो मांग के आधार पर सीमित स्टॉक माना जा सकता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, शादियों के सीजन में दाल मिलों की ओर से चने की मांग और बढ़ सकती है। इस परिस्थिति में, चने की कीमतों (Chana Price) में और तेजी आने की संभावना है। एक विशेषज्ञ के अनुसार, चने के दाम बढ़कर औसतन 6,350 से लेकर अधिकतम 10,000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच सकते हैं।
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किसी भी फसल की कीमत उसकी गुणवत्ता पर भी निर्भर करती है। व्यापारी आमतौर पर गुणवत्ता के आधार पर ही दाम निर्धारित करते हैं। जितनी बेहतर फसल की गुणवत्ता होगी, उतने ही बेहतर दाम मिलेंगे। अगर आप अपने राज्य की मंडियों में अलग-अलग फसलों की कीमतें देखना चाहते हैं, तो आप आधिकारिक वेबसाइट https://agmarknet.gov.in/ पर जाकर पूरी सूची की जाँच कर सकते हैं।
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