भारत में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष फसल उत्पादन में वृद्धि हुई है। नतीजतन, कृषि और खाद्य उत्पादों के निर्यात में जबरदस्त वृद्धि हुई है। सीधे शब्दों में कहें तो अनाज के निर्यात में 50% की वृद्धि हुई है।
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भारत से खाद्यान्न का निर्यात : देश में गेहूं, धान, मोटे अनाज, दालें और तिलहन सहित बड़ी मात्रा में फसलें बोई जा रही हैं। साथ ही इसका असर भारत के निर्यात पर भी पड़ता है। भारत अपने उच्च उत्पादन के परिणामस्वरूप अन्य देशों को बड़ी मात्रा में अनाज का निर्यात भी कर रहा है। इससे किसानों की आय बढ़ रही है। भारत जो भी कृषि और खाद्य उत्पाद विदेशों में निर्यात करता है। साथ ही उनके बारे में शासन स्तर से जानकारी जुटाई जा रही है।
इतना हुआ निर्यात
विदेशी खरीदारों के बीच भारतीय अनाज की भारी मांग है। कई देश भारत के गेहूं, चावल और मोटे अनाज को पसंद करते हैं। मीडिया सूत्रों के मुताबिक, इस साल कृषि जिंसों में पिछले साल नवंबर की इसी अवधि की तुलना में बढ़ोतरी हुई है। चाय के निर्यात में 27.03 प्रतिशत, चावल के निर्यात में 19.16 प्रतिशत, तेल मिल के निर्यात में 17.55 प्रतिशत, तिलहन के निर्यात में 38.83 प्रतिशत, फलों और सब्जियों के निर्यात में 25.01 प्रतिशत और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात में 22.75 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
खाद्यान्न निर्यात में 54% की वृद्धि
कृषि और खाद्य निर्यात के सभी क्षेत्रों में वृद्धि हुई है। नवंबर में ही चावल को छोड़कर अन्य तरह के अनाज के निर्यात में 53.78 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। इसी अवधि में निर्यात की जाने वाली वस्तुओं की कुल मात्रा में केवल 0.62 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
यहा कमी देख़ने को मिली।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक, इस साल अन्य क्षेत्रों का निर्यात भी घटा है। मसाले और काजू उनमें से दो हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष चाय, चावल, अन्य प्रकार के तैयार अनाज, तम्बाकू, तेल मिलों, तिलहन, फलों और सब्जियों के निर्यात में वृद्धि हुई है। पिछले साल के नवंबर की तुलना में इसमें दो अंकों की बढ़ोतरी हुई है। मसाला और काजू दोनों के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई।
इंडस फूड फेयर 80 देशों के खरीदारों को आकर्षित करेगा।
हैदराबाद कृषि वस्तुओं के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए सिंधु मेले की मेजबानी कर रहा है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक, मेले के आयोजकों का दावा है कि इस साल का इंडस फूड मेला 80 से अधिक विभिन्न देशों के खरीदारों को आकर्षित करेगा। हैदराबाद 7-8 जनवरी को इसकी मेजबानी करेगा। हैदराबाद में 7 और 8 जनवरी को होने वाले इंडस फूड फेयर में कृषि निर्यातकों को कुल 1 अरब डॉलर का ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।
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